JAI GURU GEETA GOPAL

गुरुर्देवो गुरुर्धर्मो गुरौ निष्ठा परं तपः। गुरोः परतरं नास्ति त्रिवारं कथयामि ते ।। भगवान शिवजी कहते हैं - "गुरु ही देव हैं, गुरु ही धर्म हैं, गुरु में निष्ठा ही परम तप है। गुरु से अधिक और कुछ नहीं है। यह मैं तीन बार कहता हूँ।" (श्री गुरुगीता श्लोक 152)........... हरेर्नाम हरेर्नाम हरेर्नामैव केवलम ! कलौ नास्त्येव नास्त्येव नास्त्येव गतिरन्यथा !! "इस ब्लॉग में जो भी इसमें अच्छा लगे वो मेरे गुरू ब्रह्मलीन स्वामी कल्याण देव जी का प्रसाद है, और जो भी बुरा लगे वो मेरी न्यूनता है" मनीष कौशल

Thursday, July 3, 2025

गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima)

›
गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को, करें गुरु का सम्मान व पूजा आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। हिंदू धर्म में इस पूर्णिमा का...
Tuesday, June 10, 2025

परम पूज्य गुरुदेव स्वामी कल्याणदेव जी

›
ॐ शिव हरि....जय गुरुदेव..जय गुरुदेव कल्याणदेव जी.... 🙏 निष्काम , कर्मयोगी , तप , त्याग और सेवा की साक्षात मूर्ति ब्रह्मलीन स...
Thursday, May 8, 2025

श्रद्धा (Shradha )

›
श्रद्धा से मिलता है अटूट आत्मिक बल’ प्रभु यीशु के अनेक शिष्य थे। यीशु उन्हें नित्य ही धर्मोपदेश देते थे। कई बार वे उनके साथ भ्रमण भी करते ...
›
Home
View web version

About Me

Jai Guru Geeta Gopal
View my complete profile
Powered by Blogger.